- तुम मेरे साथ / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- एक अकेला / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- तुमसे अक्सर / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- हां !! मुझे याद हैं / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- तुमसे मिलकर / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- सवालों का बोझ / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- तुम जो हासिये पर / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- तुमने अबोले नयनों से जो बोला / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- चिंतन की सिगड़ी पे प्रीत का भगौना / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- मृत्यु…!! / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- एक किताब / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- मेरे प्रथम गीत में मधुता / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- अनचेते अमलतास / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- प्राप्ति और प्रतीति / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- गुमशुदा मानसून / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- द्रोण / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- कोई उदास था / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
- उनको यक़ीन हो कि न हो हैं हम तो बेक़रार / गिरीष बिल्लोरे 'मुकुल'
जीवन साधना सूत्र
Wednesday, November 21, 2012
मेरी कविताएं : कविताकोश में
Monday, November 19, 2012
निक बनाम करंजिया जनपद के ग्राम खन्नात की नरबदिया आर्मो
निक वुजिसिस |
आलेख/प्रस्तुति : गिरीश बिल्लोरे मुकुल एवम इंदीवर कटारे डिंडोरी में
Sunday, April 25, 2010
मत्स्य गंधी होके जल से आपको एतराज़ कैसा इस आभासी फलक पे आपका विश्वास कैसा..
गीत पढ़िए
मत्स्य गंधी होके जल से आपको एतराज़ कैसा
इस आभासी फलक पे आपका विश्वास कैसा..?
पता था की धूप में होगा निकलना ,
स्वेद कण का भाल पे सर सर फिसलना
साथ छाजल लेके निकले, सर पे साफा बाँधके
खोज है इस खोज में मधुमास क्या बैसाख कैसा ?
बागवां हो बाड़ियों में शूल के बिरवे न रोपो
तुम सही हो सत्य को कसौटी पे कसो सोचो
बूढ़ा बरगद और पीपल सब तो हैं
कंटीली झाड़ी तले तपस्वी आवास कैसा …?
Monday, March 16, 2009
वावरे-फकीरा विमोचित
बेहद अध्यात्मिक-उर्जा से परिपूर्ण वातावरण में एलबम का विमोचन कराने साईं बाबा बने एक बच्चे ने मशहूर पोलियो ग्रस्त गायक जाकिर हुसैन एवं आभास जोशी को मंच पर लाया गया . अतिथियों के अलावा बावरे फकीरा टीम के सदस्यों तथा श्रीमती पुष्पा जोशी श्री काशीनाथ बिल्लोरे की उपस्थिति में एलबम का विमोचन किया गया .
इस अवसर अंध-मूक-बधिर-विद्यालय के छात्र विशेष रूप से आमंत्रित थे .इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों श्री चारु शुक्ला {मंडला},विदिशा नाथ .मृदुल.श्रृद्धा बिल्लोरे.अक्षिता ,आकाश जैन ,दिलीप कोरी ,राशि तिवारी.शेषाद्री अय्यर के अलावा आभास जोशी एवं वाइस आफ इंडिया द्वितीय के गायक श्री ज़ाकिर हुसैन तथा संदीपा पारे द्वारा मनोरंजक गीत-संगीत निशा स्वर बिखेरे . आयोजकों के अनुसार एलबम के विक्रय से संगृहीत राशि संस्था द्वारा व्यय किया जावेगा.वर्तमान में इस हेतु लाइफ लाइन एक्सप्रेस को सहयोग हेतु एलबम के प्रथम संस्करण से प्राप्त लाभांश राशि जिला प्रशासन जबलपुर को सौंपी जावेगी.
आयोजन में उन व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया जिन्हौने वाइस आफ इंडिया प्रथम के दौरान आभास-जोशी-स्नेह मंच जबलपुर के आव्हान पर आभास जोशी के समर्थन में वातावरण निर्माण हेतु सहयोग किया. ,श्री रोहित तिवारी "हीरा",प्रहलाद पटेल मित्र गरीब मदद संस्था संस्थापक अध्यक्ष ,गनपत पटेल,प्रमोद देशमुख,अशोक जैन सुप्रभात क्लब जबलपुर,,श्री रमेश बडकुल ,यशो,श्री पंकज भोज,दीपांशु दुबे,अनुराग वरदे,आभास जोशी स्नेह मंच ,जबलपुर डाक्टर संध्या जैन श्रुति ,डाक्टर प्रशांत कौरव,जितेन्द्र चौबे,आभास जोशी स्नेह मंच ,भोपाल,के संजय चौरे,आभास जोशी स्नेह मंच , खंडवा योगेन्द्र जोशी,श्री गोविन्द दुबे,आभास के ज्योतिषी माधव यादव मनीष शर्मा,महावीर महिला मंडल महावीर कालोनी गुप्तेश्वर श्रीमती वन्दना जोशी,लता श्रीवास्तव,प्रवीणा टाक,सिमरन सूरी,कॅनॅडा से आए ब्लॉगर श्री समीर लाल,महिला परिषद् शिवनगर श्रीमती नीलम जैन ,श्रीमती आरती जैन, मंजू जैन,समीर विश्वकर्मा,योगेश गोस्वामी नितिन अग्रवाल, को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.